उज्जैन:उजड़खेड़ा में दद्दाजी के विशालकाय पंडाल में 3 मई से सवा पांच करोड़ शिवलिंग बनाने की शुरुआत होगी। मिट्टी के गोले बनाने का काम 2 मई को ही शुरू हो जाएगा। मेला क्षेत्र में सबसे बड़ा पंडाल दद्दाजी भक्तमंडल का ही है। इसकी खासियत यह है कि गर्मी से बचने के लिए फॉगिंग का उपयोग किया गया है।पूरे पंडाल को पाइप और वॉल्व से कवर किया गया है। वॉल्व से निकल रही पानी की बौछारें भक्तों को गीला नहीं करेंगी, लेकिन पूरे क्षेत्र में ठंडक बिखेरेंगी। उधर एक लाख वर्गफीट क्षेत्र में अन्न् क्षेत्र भी तैयार हो गया है। यहां 53 फीट ऊंची प्रतिमा भी बनाई गई है। जिसे बांस, चारे, मिट्टी, भूसे, सीमेंट से तैयार किया गया है। इसकी तैयारी जोर-शोर से जारी है। जबलपुर के 20 से ज्यादा कलाकारों ने दो महीने की मेहनत से कैलाश पर्वत पर विराजे शंकरजी की प्रतिमा का भी निर्माण किया है।कलाकार राकेश चक्रवर्ती ने बताया कि प्रतिमा लंबे समय तक बरकरार रहेगी। यदि पंडालस्थल के भूमि स्वामी प्रतिमा को यहां रखने की अनुमति देंगे तो इसे विसर्जित नहीं किया जाएगा।