पीड़िता क़े पिता का आरोप उन्हे नहीं है जानकारी की बलात्कार का मामला दर्ज भी है या नहीं ,आई जी देशवाल ने दिया कार्यवाही का भरोसा .क्या करनाल पुलिस इतना गिर गई है की अब बलात्कार पीड़ितों से ही रिश्वत लेनी शुरू करदी है ?क्या करनाल पुलिस इतनी जलील हो चुकी है की एक 14 वर्षीया फूल जैसी बच्ची के साथ ब्लात्कार करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी करने के ब्जाये डॉक्टर के मेडिकल ओर आरोपियों की कॉल डीटेल्स निकलवाने के नाम पर 10000 रु रिश्वत पीड़िता के पिता से ही मांग ली ! मामला 3 अगस्त 2014 का है जब शिव कॉलोनी के रेहने वाले मदन लाल को पता लगा की उसकी 14 वर्षीया बेती रुचि(बदला हुआ नाम ) घर से अचानक गायब हो गई है, जब बहुत ढूंडने के बाद भी परिवार के लोग बच्ची को नहीं ढूंड सके तो राम नगर चोवकी में इसकी सूचना दी गई जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी का मामला ड्र्ज़ कर लिया .पीड़िता के पिता के अनुसार 13 अगस्त को उसे राम नगर छोवनकी के एएसआई रमेश कुमार का फोन आया की जल्दी से सिविल हस्पताल करनाल मे पहुंच जाओ , आनन फानन मे बच्ची का पिता सिविल हसपताल पहुंचा जंहा उसे टा लगा के उसकी बच्ची मिल गई है तथा उसका मेडिकल चेकअप होना है, पेहले से घबराये पिता को अंदेशा हो ग्या था कि उसकी बच्ची के साअत कुछ गलत हुआ है परंतु एएसआई रमेश कुमार ने मेडिकल व अन्य खर्चों का ब्योरा देते हुए बच्ची के पिता से 10000 रु मांग लिये , ब्ताया गया की डॉक्टर ये पैसे मेडिकल करने के लिये मान रहा है जिसके बाद पीड़ित बच्ची के पिता ने एएसआई रमेश कुमार को 5000 रु अपने पड़ोस ओर रिश्तेदारो से उधार लेकर दे दिये ! मेडिकल रिपोर्ट मे ब्ताया ग्या की बच्ची के साथ शारीरिक दुराचार हुआ है , जिसके बाद बच्ची ने भी आप बीती सुनाते हुए अपनी गली के ही दीपक रोड व उसके साथी रिंकु , टिंकू ओर काकू पर उसके साथ दुराचार करने का आरोप लगाया , बच्ची ने दीपक रोड की माँ को ही इस पूरी साजिश का मास्टर माइंड बताया है !पीड़ित बच्ची के पिता के अनुसार इसके बाद बच्ची को माजिस्ट्रेट के समक्ष भी पेश किया ग्या जंहा उसने सभी आरोपियों के खिलाफ गवाही भी दी है!फिर भी पोलिस आरोपियों को पकड़ नहीं रही है तथा बलात्कार का मामला भी दर्ज किया ग्या है या नहीं उन्हे इसके बारे मे कोई जानकारी नहीं दी जाती उल्टे उन्हे ही पोलिस व आरोपियों के रिश्तेदारो द्वारा धमकाया जा रहा है.बच्ची व उसके पिता इस पूरे मामले से बेह्द आहत है उन्होने बताया की आरोपियों की काल डीटेल निकलवाने के लिये भी उनसे 5000 रु मांगे गये परंतु व केवल 1200 रु ही दे पाये. इस पूरे मामले मे करनाल पोलीस के सेवा भाव के चरित्र का काला चेहरा सामने आ चुका है जिसमे समझना मुश्किल नहीं है की यदि पीडितो से ही इस तरह खुले आम रिश्वत ली जा रही है तो समझा जा सकता है की पुलिस द्वारा आरोपियों पर किस तरह नजरे इनायत दिखाई जा रही होगी !अब मामले की शिकायत करनाल पोलिस के महानिरीक्षक राजबीर देसवाल से की गई है जंहा पीड़िता के पिता ने उन्हे पुरे मामले से अवगत कराया है, पीड़ित के पिता ने उनसे मांग की की आरोपियों कि गिरफ्तारी व मामले कि सही जांच कराई जाये, उन्होने कहा कि यदि व अपनी बच्ची को न्याय नहीं दिला पाये तो उन्हे खुदकुशी जैसा कदम उठाना पड़ेगा क्यूंकि व कैसे अपनी पीड़ित बच्ची को अपना चेहरा दिखा पायेंगे जिसके साथ इतना बड़ा दुराचार केवल 14 वर्ष कि उम्र मे हो ग्या ओर उसका बदनसीब बाप उसे न्याय भी नहीं दिला पा रहा.पुलिस महानिरीक्षक राजबीर देसवाल ने पीड़िता के पिता को भरोसा दिलाया है की उनके साथ अन्याय नहीं होगा तथा आरोपियों पर उपयक्त की जायेगी! दोषी व भ्रष्टाचारी पुलिस कर्मियों पर क्या कार्यवाही की जायेगी इसके बारे मे अभी कुछ नहीं बताया ग्या है !
पीड़ित बच्ची क़े पिता का नाम व नंबर
मदन लाल
7357662322
मेडिकल रिपोर्ट
गुमशुदगी रिपोर्ट
आई जी देशवाल को दी गई शिकायत व अन्य दस्तावेज सलंगन हैं