विषय-दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के लाखों रेल यात्रियों के हित में बढे हुए रेल किराए को मुंबई की तर्ज पर वापस लेने हेतू।
आदरणीय श्री डी वी सदानन्द गोडा जी,
हाल में महाराष्ट्र से भाजपा और शिव सेना के सांसदों का एक प्रतिनिधिमण्डल आपसे मिला और मुंबई से 80 कि मी के दायरे में रेल किराये में बढोत्तरी को तत्काल वापस लेने की मांग रखी जिसके उपरान्त हाल ही में केंद्र सरकार ने बढे हुए किराये को वापस भी ले लिया है।
महोदय, मुंबई की तर्ज पर, हरियाणा में रोहतक, रेवाड़ी, झज्जर, सोनीपत, पानीपत, जींद, फरीदाबाद, भिवानी, पलवल, करनाल जैसे एनसीआर क्षेत्र में आने वाले अनेक शहरों से लाखों दैनिक यात्री रोजाना दिल्ली जीवन यापन के सिलसिले में आते-जाते हैं।
क्या कारण है कि दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के दैनिक यात्रियों को पूरी तरह से नजरअंदाज करते हुए राहत नहीं दी जा रही है वहीं मुंबई से लगे 80 कि0मी0 के दायरे में दैनिक यात्रियों के रेल किराए में बढोत्तरी को वापस भी ले लिया गया है। (वह भी तब जब हरियाणा में डीजल मुंबई की तुलना में तकरीबन 9-10 रूपए सस्ता है।)
क्या इस फैसले को राजनैतिक रूप से प्रेरित होने के दृष्टिकोण से भी देखा जाए क्योंकि जल्द ही महाराष्ट्र में विधान सभा चुनाव होने वाले हैं
महोदय, आपसे अपेक्षित है कि आप केवल मुंबई के ही नहीं बल्कि सारे देश के रेल मंत्री हैं और आपका फैसला देश के रेल मयात्रियों के हित में समान रूप से लागू होना चाहिए।
मुझे इस बात का भी आश्चर्य है कि छात्र छात्राओं समेत लाखों दैनिक यात्रियों की इस परेशानी को सत्तारूढ बी जे पी के हरियाणा से नव निर्वाचित 7 सांसदों (और जहां पूरे दिल्ली एन सी आर क्षेत्र में 19 में से 18 सांसद बी जे पी से हैं) में से किसी ने न ही समझा और न ही उठाया।
मेरा आपसे विनम्र अनुरोध है कि आम नागरिक, खास कर के दैनिक रेल यात्रियों के हित को न भूलते हुए मुंबई की तरह दिल्ली के एन सी आर क्षेत्र (जिसमें हरियाणा प्रदेश का 60 प्रतिशत क्षेत्र शामिल है) में भी रेल किराए में करी गई इस अभूतपूर्व बढोत्तरी को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाये।
यह मेरी ही नहीं समस्त दिल्ली एन सी आर क्षेत्र की जनता की मांग है।
शुभकामनाओं सहित,
दीपेन्द्र सिंह हुड्डा
श्री डी वी सदानन्द गोडा,
माननीय रेल मंत्री,
भारत सरकार,
नई दिल्ली-01