हरियाणा विधान सभा की कमेटियों की कार्यशैली में निखार लाने के लिए विस अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने मंगलवार को विधान सभा सचिवालय में सभी सभापतियों के साथ पहली बैठक की। उन्होंने इस संबंध में सभी चेयरपर्सन को आवश्यक दिशानिर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने समितियों के अधिकारियों से भी सुझाव मांगे।
बैठक में कल्याण ने नवनियुक्त सभापतियों को विधायी कामकाज के गुर बताएं और साथ ही हिदायतें दीं कि विधायी कामकाज के सबसे महत्वपूर्ण घटक होने के कारण हम सबकी जनता के प्रति जवाबदेही ज्यादा है। इस जिम्मेदारी के निर्वहन के लिए समितियां सिर्फ विधान भवन में बैठकों तक सीमित न रहे, बल्कि उन्हें प्रदेश भर में चल रही विकास परियोजनाओं का निरीक्षण करना चाहिए। समिति सदस्यों को यह काम पूरे मनोयोग और समर्पण भाव से करना होगा।
विस अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि अध्ययन दौरों की रिपोर्ट विधिवत रूप से तैयार होनी चाहिए। कल्याण ने कहा कि जनता की मेहनत की कमाई से सरकारी खजाने में आने वाले धन के अपव्यय को रोकने के लिए समितियों को अधिक सतर्कता से काम करना होगा। उन्होंने बैठक में शामिल समिति अधिकारियों से कहा कि गत वर्ष सरकार को भेजी गई सिफारिशों पर समयबद्ध तरीके से एक्शन टेकन रिपोर्ट मंगवानी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि समिति की बैठकों में होने वाले निर्णयों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए फॉलोअप अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने विधायकों के प्रति प्रोटोकॉल का पालन करवाने पर भी जोर दिया।
बैठक में लोक लेखा समिति के अध्यक्ष आफताब अहमद, लोक उपक्रम समिति के अध्यक्ष राम कुमार गौतम, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्गों के कल्याण संबंधी समिति के अध्यक्ष भगवान दास, सरकारी आश्वासनों पर समिति के अध्यक्ष भारत भूषण बत्रा, याचिका समिति के अध्यक्ष घनश्याम दास, स्थानीय निकायों और पंचायती राज संस्थाओं संबंधी समिति के अध्यक्ष डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण लाल मिड्ढा, जन-स्वास्थ्य, सिंचाई, बिजली और सार्वजनिक निर्माण (भवन एवं सड़कें) विषयक समिति के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह यादव, शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, विशेषाधिकार समिति के अध्यक्ष मूलचंद शर्मा, शिष्टाचार मानदंडों के उल्लंघन और हरियाणा विधानसभा के सदस्यों के साथ सरकारी अधिकारियों के अवमाननापूर्ण व्यवहार पर समिति के अध्यक्ष विनोद भ्याना मौजूद रहे।