हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का दिन महिलाओं द्वारा अपने अधिकारों के लिए किए संघर्षों और उपलब्धियों की याद दिलाता है। रक्तदान महादान है और मानवता की सच्ची सेवा है। इस रक्तदान शिविर का संदेश पूरे देश में जाएगा और अन्य महिलाओं को भी समाज सेवा के लिए प्रेरित करेगा।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में राजकीय महिला पी.जी. महाविद्यालय पंचकूला में आयोजित नारी शक्ति रक्तदान शिविर में रक्तदातों और उपस्थित महिलाओं को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रक्तदान करने वाली महिलाओं को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया। रक्तदान शिविर में 138 से अधिक महिलाओं ने रक्तदान किया।
मानव सेवा के लिए महिलाओं की गहरी भावना
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं कई बार अनेक रक्तदान शिविरों में गया हूॅ। लेकिन ऐसा रक्तदान शिविर पहली बार देखा है, जिसमें केवल महिलाएं ही रक्तदान कर रही हैं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने का इससे अच्छा और कोई तरीका नहीं हो सकता। इस रक्तदान शिविर में केवल महिलाएं ही रक्तदाता हैं। इसमें विभिन्न वर्गों की महिलाएं रक्तदान कर रही हैं। इनमें आई.टी.बी.पी. की महिला जवान, अधिकारी, डॉक्टर्स, शिक्षक, स्वच्छता नायक आदि शामिल हैं। इन सबकी भागीदारी यह दशार्ती है कि मानव सेवा के लिए इनकी गहरी भावना है। उन्होंने कहा कि यह शिविर प्रमाणित करता है कि महिलाएं केवल अपने घर-परिवार को ही संवारने का काम नहीं करती, बल्कि दूसरों के जीवन को भी बचाने का काम कर रही हैं। इस रक्तदान शिविर में महिलाएं, बेटियां रक्तदान कर अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रही हैं।
पंचकूला जिले के ‘श्रेष्ठ ग्राम‘ बरवाला की तीन सर्वाधिक प्रतिभाशाली बेटियों को किया सम्मानित
श्री नायब सिंह सैनी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पंचकूला जिले के ‘श्रेष्ठ ग्राम‘ बरवाला की तीन सर्वाधिकप्रतिभाशाली बेटियों को सम्मानित किया है। मुख्यमंत्री ने इन्हें ‘श्रेष्ठ ग्राम की श्रेष्ठ बेटियां‘ कहा। उन्होंने बताया कि श्रेष्ठ ग्राम की उपाधि उस गांव को देते हैं, जिसमें लिंगानुपात श्रेष्ठ है। बरवाला गांव के निवासियों की बेटियों के प्रति अच्छी सोच के चलते बरवाला में एक हजार बेटों के पीछे 1059 बेटियां हैं। मुख्यमंत्री ने श्रेष्ठ ग्राम की श्रेष्ठ बेटियां, जिनमें महक को 75 हजार रुपये, आरजू को 45 हजार रुपये और लतिका भटी को 30 हजार रुपये का चैक देकर सम्मानित किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए पीसी-पीएनडीटी कार्यक्रम चलाया हुआ है। इसके तहत 5 हजार या इससे अधिक की आबादी वाले उस गांव को हर वर्ष ‘श्रेष्ठ ग्राम‘ पुरस्कार प्रदान किया जाता है, जिसका लिंगानुपात 1,000 या उससे अधिक होता है।
रक्तदान एक सामाजिक जिम्मेदारी, जरूरतमंद व्यक्ति को मिलता है जीवनदान
मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्तदान से पीड़ित व्यक्ति को न केवल नया जीवन मिलता है, बल्कि वह सदा ही रक्तदाता का आभारी रहता है। विज्ञान चाहे आज नित नई प्रगति कर रहा है, लेकिन अभी तक विज्ञान रक्त का कोई विकल्प नहीं ढूंढ पाया। मानव का रक्त ही दूसरे मानव के काम आ सकता है। रक्तदान एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है। एक यूनिट रक्तदान से भी किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को जीवनदान मिल सकता है।
सरकार महिलाओं में एनीमिया की रोकथाम पर दे रही है विशेष ध्यान
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सरकार महिलाओं में एनीमिया की रोकथाम पर विशेष ध्यान दे रही हैं। गर्भवती महिलाओं में गंभीर एनीमिया के उपचार के लिए आयरन सुक्रोज इंजेक्शन निःशुल्क दिया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम में हरियाणा को देश में प्रथम स्थान मिला है। गर्भवती व स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना‘ चलाई हुई है। इसमें उन्हें पोषाहार के लिए 5 हजार रुपये वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जाती है। अब तक 9 लाख 13 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता दी गई है।
उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने के लिए मुफ्त एम्बुलेंस वैन चलाई जा रही हैं। आंगनवाड़ी में आने वाले बच्चों, गर्भवती महिलाओं व स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य में सुधार के लिए ‘मुख्यमंत्री दूध उपहार‘ योजना चलाई जा रही है। इस योजना में 6 वर्ष तक के लगभग 10 लाख बच्चों तथा लगभग 3 लाख गर्भवती व स्तनपान कराने वाली माताओं को फोर्टिफाइड दूध उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके अलावा, ‘मिशन इन्द्रधनुष‘ अभियान के तहत कई तरह की बीमारियों से बचाव के लिए 3 लाख से अधिक गर्भवती महिलाओं तथा 11 लाख से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया गया है।
रक्तदान सिर्फ खून ही नहीं, उम्मीद व नया जीवन - कुमारी आरती सिंह राव
हरियाणा की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि आज यहा पर जो रक्तदान शिविर लगाया गया है इसमें सिर्फ महिलाओं ने ही रक्तदान किया है। यह हरियाणा का ही नहीं, देश में पहली बार ऐसा रक्तदान शिविर लगाया गया है जहां पर महिलाओं ने रक्तदान किया है, जो अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर बहुत बड़ी बात है। हरियाणा सरकार द्वारा पीसी-पीएनडीटी कार्यक्रम के अंतर्गत हर जिले में हर वर्ष श्रेष्ठ पुरस्कार प्रदान किया जाता है। जिसका उद्देश्य समाज में बेटियों के जन्म को बढ़ाना और लिंगानुपात में सुधार लाना है। श्रेष्ठ ग्राम की बेटियां जिन्होनें उस वर्ष दसवीं कक्षा में सर्वश्रेष्ठ स्कोर प्राप्त किया है, उन्हें पुरस्कार प्रदान किए जाते है। इसी के तहत सरकारी कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, बरवाला, जिला पंचकूला की तीन बेटियों को श्रेष्ठ पुरस्कार प्रदान किया गया है।
उन्होंने कहा कि इन श्रेष्ठ बेटियों की उत्कृष्ट कार्यो के लिए सम्मानित करना ये बालिकाएं केवल अपने पूरे परिवार की ही नहीं,बल्कि पूरे समुदाय के लिए नई राह दिखाने का कार्य कर रही है। यह रक्तदान शिविर रक्तदान तक ही सीमित नहीं है, बल्कि एक संदेश है नारी शक्ति के योगदान को सम्मान देता है हर महिला जो आज रक्तदान कर रही है वें सिर्फ खून ही नहीं उम्मीद व नया जीवन दे रही है।
इस अवसर पर कालका की विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ साकेत कुमार, पंचकूला मेयर श्री कुलभूषण गोयल और पंचकूला की सीएमओ डॉ मुक्ता कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभागों के अधिकारीगण भी मौजूद रहे।