सर्वप्रथम संस्थान के सबसे वृयोवर्ध सदस्य कौर सैन के कर-कमलों से लड्डू-गोपाल के चरणों में दीप प्रज्वलित कर हरे कृष्ण हरे मुरारी भजन से जन्माष्टमी का शुभारंभ किया गया । जहाँ भगवान श्रीकृष्ण (लड्डू गोपाल) की बेहद ही आकर्षक मूर्ति बहुत ही मनमोहक अन्दाज़ में सुंदर से पालने में प्राण प्रतिष्ठा के साथ सुसज्जित की गई थी , वहीं दूसरी ओर भगवान श्रीकृष्ण जी के भक्त/अनुयायी एवम् श्रद्धालु रंग बिरंगे परिधानों में नाचते गाते हुए भक्ति-विभोर थे । इन मनमोहक दृश्यों को देखकर सुखना झील प्रातः वेला में एक अलग ही छटा बिखेर रही थी । सुबह की सैर करने वाले सैलानी अचानक इस धार्मिक कार्यक्रम को देखकर मंत्र-मुग्द हो रहे थे । छोटे छोटे बच्चों ने जिसमे जप्लीन कौर टाक, महविश टाक , कविश , यस, कियारा व तनीषी ने लड्डू गोपाल के भेष में अपनी मनमोहक अदाओं से सुबह की सुंदर वेला में वातावरण को कान्हामय कर दिया । रंग-बिरंगे परिधानों में सजी सँवरी कृष्ण भगत देवियाँ मनमोहक नृत्य में श्रीकृष्ण भगवान की उपासना में लीन थी । इनमें प्रमुख रूप से सीमा कपिल सेठी , (जो की एक प्रसिद्ध योग गुरु भी हैं ) चाँदनी शर्मा , रक्षा कपिल , प्रीत टाक, उषा सिष्टा, कणिका गोयल, नीरजा महाजन, सुनीता सैनी, पिंकी गर्ग , शर्मिला शर्मा एडवोकेट हाई कोर्ट, मंजू जगोटा, बिमला संगवान, dr बबीता घई PGI, सिमरन जोगा सिंह, प्रतिभा मित्रा, हरजिंदर कौर इत्यादि । वहीं दूसरी ओर सफ़ेद कुर्ता पायजामा में सुसज्जित पुरुष कान्हा- भक्त आनंद विभोर होकर नाच गा रहे थे जिनमे प्रमुख विजय पाल सिंह( रिटायर्ड dsp) राकेश कुमार शर्मा ( मण्डल अध्यक्ष) भाजपा , विजय गोयल अधीक्षक अभियंता, प्रिंसिपल राजेश दहिया, रणधीर सिंह सरोहा , हीरा लाल नारंग , संजीव सेठी, नरेंद्र चौहान, महताब खत्री, अमृत बंसल, नरेश बंसल, अश्वनी कपूर ,रणजीत गुप्ता, नरेश शर्मा, dr अक्षय सक्सेना PGI, आशीष मिढ़ा (रिटायर्ड चीफ इंजीनियर), जोगा सिंह इत्यादि । श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व की विशेष बात यह रही कि इसमें सभी धर्म व समुदाय के अनुनियाइयों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेकर आपसी भाईचारे की न सिर्फ़ मिसाल क़ायम की अपितु एक दूसरे के सुख- दुःख में भी परस्पर सहयोग की भावना समाज के सामने रखकर एक उद्गाहरण भी प्रस्तुत किया । अंत में सभी श्रद्धालुओं ने खड़े होकर लडू गोपाल की भव्य आरती गाकर कार्यक्रम का समापन किया गया । भक्तों ने जाते जाते राधे- राधे के उदघोष से वातावरण को कृष्णमय बना दिया ।