हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री श्री अनिल विज ने कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं से हरियाणा के विधायक की नाराजगी व दिल्ली में इसी मसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में अब निर्णय लेने की क्षमता नहीं रही है।
पत्रकारों से आज बातचीत के दौरान श्री विज ने कहा कि यदि कांग्रेस में अगर निर्णय लेने की क्षमता होती तो सात महीने में यह अपना विपक्ष का नेता तय कर लेते। मगर, यह कोई फैसला नहीं कर पा रहे हैं और यही कारण है कि इस बार बजट सत्र भी बिना नेता प्रतिपक्ष के चला है। यही कारण हो सकता है कि सभी विधायक नाराज हो लेकिन अगर देखा जाए तो पूरे हिंदुस्तान में ही कांग्रेस फैसले नहीं कर पा रही है ।
वक्फ कानून का विरोध कर रहे लोगों पर कैबिनेट मंत्री अनिल विज बोले, “यह वही लोग हैं जिनका न संविधान में विश्वास है और न ही देश की संसद में और न ही अदालत में”
वक्फ कानून के विरोध में आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में बड़ा प्रदर्शन हो रहा है जिसपर प्रतिक्रिया देते हुए कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा वही लोग विरोध कर रहे हैं जिनका न संविधान में विश्वास है और न ही देश की संसद में और न ही कोर्ट में। उन्होंने कहा जब कोर्ट में केस चल रहा है तो उन्हें कोर्ट के फैसले को देखना चाहिए। उन्होंने कहा संसद में कानून बनाने का अधिकार है और विधिवत तरीके से कानून बनाया भी गया है, जिसमें सभी को बोलने का मौका भी मिला है और जितना यह बोल सकते थे यह वहां बोले भी हैं। कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा इन्हें मान लेना चाहिए की डेमोक्रेसी में जिसके साथ मेजोरिटी होगी राजनीति उसी की है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश की धरती को अपनी धरती नहीं मानते, अपने आप को भारत माता का सपूत नहीं मानते और खुद को विदेशी मानते हैं : कैबिनेट मंत्री अनिल विज
अमेरिका गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश की चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं उसपर भी ऊर्जा व परिवहन मंत्री अनिल विज ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा की हमें तकलीफ इस बात की नहीं है कि राहुल गांधी क्या बोलते हैं क्योंकि हमें उनके ज्ञान का पता है। उन्होंने कहा हमें तकलीफ इस बात की है कि वह देश से बाहर जाकर देश की संस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह लगाते हैं, देश की बुराई करते हैं, यह बहुत गंभीर बात है। यह बात देश में भी वो कह सकते थे।
कैबिनेट मंत्री विज ने कहा जो बात राहुल गांधी विदेश जाकर कह रहे हैं वह बात राहुल यहां हिंदुस्तान की संसद में भी कह सकते थे जहां उन्हें इसका जवाब भी दिया जाता। मगर वो इस धरती को अपनी धरती नहीं मानते, अपने आप को भारत माता का सपूत नहीं मानते और खुद को विदेशी मानते हैं। इसलिए भारत की धरती पर न बोल विदेश में जाकर बोलना, इसे एक भी हिंदुस्तानी बर्दाश्त नहीं करेगा।
निर्माण श्रमिकों के सत्यापन का मामला गंभीर, इसलिए हमने जांच कमेटी का गठन किया : श्रम मंत्री अनिल विज
श्रम मंत्री अनिल विज द्वारा निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड की बैठक में निर्माण श्रमिकों के सत्यापन में अनियमितताएं पाए जाने के मामले में श्रम मंत्री अनिल विज ने बताया कि बैठक में यह सामने आया कि जिन श्रमिकों की वेरिफिकेशन होती है उनकी वेरिफिकेशन करने के लिए एक आदमी ने एक लाख लोगों की वेरिफिकेशन कर दी तो दूसरे ने 90 हजार लोगों की वेरिफिकेशन कर दी, जो की सोचने वाली बात है। उन्होंने कहा मामला गंभीर था इसलिए इस मुद्दे पर हमने जांच कमेटी बना दी जिसमें एक नुमाइंदा सरकार का एक नुमाइंदा कर्मचारियों का और एक नुमाइंदा इम्प्लॉयर का रखा है ।