फरीदाबाद के भूपानी लालपुर रोड़ पर स्थित सतयुग दर्शन विद्यालय ने ये घोषणा की है कि जो बच्चे कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए हैं उनको विद्यालय निशुल्क शिक्षा प्रदान करेगा... 'उम्मीद एक आशा की किरण' योजना के तहत विद्यालय ने ये घोषणा की है... जन कल्याण की भावना और मानवतावादी दृष्टिकोण के तहत विद्यालय द्वारा लिया गया ये फैसला काबिल-ए-तारीफ है।
'उम्मीद एक आशा की किरण' योजना के तहत जिन मेधावी बच्चों के माता-पिता या परिजन कोरोना महामारी की भेंट चढ़ गए, या जिन बच्चों के परिवार की आय का जरिया कोरोना के चलते प्रभावित हुआ, उनके लिए सतयुग दर्शन विद्यालय ने निशुल्क बोर्डिंग या डे-बोर्डिंग शिक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री नीरज मोहन पुरी जी ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि हम समाज के सभी वर्ग के उन 12 असहाय बच्चों की निशुल्क शिक्षा की जिम्मेदारी लेते हैं जिनकी आयु 6 से 14 वर्ष के बीच हो। जिन छात्रों को यह सुविधा दी जानी है, विद्यालय की तरफ से यह जांच भी की जाएगी कि क्या वे सचमुच इस योजना के लिए पात्रता रखते हैं।
प्रधानाचार्य श्री नीरज मोहन पुरी ने बताया कि ऐसे छात्रों की एक परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में जो छात्र ऊपर के 1 से 12 तक के रैंक हासिल करेंगे और जिनका पिछले दो वर्ष का शैक्षिक रिकॉर्ड अच्छा होगा और जिनकी आर्थिक स्थिति कोरोना के कारण कमजोर हो गई है, जो सच में योजना के लिए जरूरी योग्यता के सभी प्रमाणों पर खरे उतरते हैं, ऐसे 12 छात्रों को विद्यालय निशुल्क शिक्षा प्रदान करेगा।
इस संदर्भ में अंतिम निर्णय विद्यालय की प्रबंधन समिति ही लेगी।