अम्बाला सिटी. स्कूटी पर जा रहे जितेंद्र कुमार की आंखों में मिर्च डालकर नकाबपोश लुटेरे 45 लाख रुपए लूट कर फरार हो गए। आरोपियों ने पहले जितेंद्र से जमकर मारपीट भी जिसके कारण वह बेहोश हो गया। पड़ोस के दुकानदारों ने उसे पानी पिलाया तब उसे सिविल अस्पताल में दाखिल कराया गया। उधर, पुलिस को यह मामला हवाला कारोबार से जुड़ा नजर आ रहा है।
वारदात के तुरंत बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो जितेंद्र के किराए के भवन से पुलिस ने 17 लाख रुपए जब्त कर लिए। साथ ही नोट गिनने की मशीनें कब्जे में लेने के साथ उसके 2 सहयोगियों को भी हिरासत में ले लिया है। हवाला कारोबार में पुलिस को अम्बाला के कई लोगों के भी शामिल होने का शक है। साथ ही एक कोरियर कंपनी भी जांच के दायरे में है। अब पुलिस जितेंद्र व उसके साथियों से पूछताछ कर रही है। लूट की वारदात देर शाम को शेखों पेट्रोल पंप से सटी सेक्टर-7 की सड़क पर हुई।
यमुनानगर के राजेश कुमार-अमृतलाल ज्वेलर्स के पास काम करने वाला जितेंद्र कुमार तब यहां से एक्टिवा पर सवार होकर गुजर रहा था। तब उसने अपने पास 45-46 लाख रुपए होने की बात कही। उसने बताया कि सामने से आए अचानक 3-4 युवकों ने उसकी आंखों में मिर्च डाल दी। मारपीट कर आरोपी उससे पैसे छीन ले गए। उसने पुलिस को बताया कि उसके मालिक डायमंड सप्लाई का कारोबार करते हैं। लूटी गई राशि सप्लाई किए गए डायमंड की थी।
शुरुआती जांच में ही पुलिस को जितेंद्र के बयान पर शक हो गया। तभी अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। थोड़ी देर बाद ही पुलिस सेक्टर-7 के उस भवन पर पहुंच गई जहां जितेंद्र अपने 2-3 साथियों के साथ किराए पर रह रहा है। उसके साथी गुजरात के सूरत के बताए जा रहे हैं। तलाशी के दौरान पुलिस को इनके कब्जे से 17 लाख रुपए की नकदी के साथ नोट गिनने की मशीनें तथा कुछ और आपत्तिजनक सामग्री मिली है।
डीसीपी (अर्बन) विनोद कौशिक ने 45 लाख रुपए की लूट का मामला दर्ज करने की पुष्टि की है। उन्होंने मामले के हवाला कारोबार से भी जुड़ा होने की बात कही है। साथ ही बताया कि जितेंद्र के रिहायशी भवन से 17 लाख की नकदी व उसके साथियों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
ऐसे हुआ पुलिस को शक
जितेंद्र ने बताया कि उसके मालिक डायमंड कारोबारी हैं लेकिन कौन हैं, ये नहीं बता पाया।
अगर लूटी गई राशि सप्लाई किए गए डायमंड की थी तो उसने घर पर क्यों रखी।
आखिर किराए के घर में नोट गिनने की मशीनों का क्या काम।