धारूहेंडा--गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र की ज्यादा उम्रदराज मतदाताओं में से मोहरली देवी व विधा देवी हरियाणा में रेवाड़ी जिला के कस्बा धारूहेंडा की रहने वाली हैं। 90 साल व 80 की उम्र में वह 25 मई को मतदान केंद्र पर जाकर वोट डालेंगी।धारूहेंडा की खलियावास मोहल्ले की 80 वर्षीय विधा देवी भी खुद चलकर मतदान करने जाएगी l
हालांकि, निर्वाचन आयोग ने बुजुर्गों के लिए घर से मतदान की व्यवस्था की है, लेकिन इन दोनों महिला का कहना है कि वे तो मतदान केंद्र में जाकर ही पसंदीदा कैंडिडेट को वोट करेंगी। मोहरली व विधा देवी दोनों अलग अलग संयुक्त परिवार में रहती हैं।
चुनाव आयोग के डाटा के अनुसार, दोनों ज्यादा उम्र की मतदाताओं में से हैं। उनका गांव रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र में आता है। यह एक मिशाल है कि 90 व 80 साल की बुजुर्ग महिला इस बार लोकसभा चुनाव में वोट डालेगी।
दोनों संयुक्त परिवार में अपने बच्चो के साथ रहती हैं। दोनों का एक दूसरे के प्रति प्यार एक मिसाल बना हुआ है। प्रदेश में लोकसभा या विधानसभा के जितने भी चुनाव हुए हैं, मोहरली देवी व विधा देवी उनकी साक्षी हैं और हर चुनाव में वह वोट डालने गई हैं।
देखने-सुनने में अभी तक दिक्कत नहीं है
कस्बा की सबसे उम्रदराज महिला मोहर ली देवी व विधा देवी का स्वास्थ्य ठीक है। वह खाने-पीने के प्रति सजग है। हालांकि, वह लाठी का सहारा लेकर चलती हैं। फिलहाल, मोहरली देवी को सुनने और देखने में दिक्कत है। ऐसे में उसकी पुत्रवधू उनकी मदद करती हैं।
बूथ पर जाकर देंगी वोट
विधा देवी ने कहा कि वह चलने-फिरने में सक्षम हैं। उनका वोटर ID कार्ड भी बना हुआ है। वे हर चुनाव में वोट डालने जाती हैं। इस बार भी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगी। इसके लिए वे परिवार की सलाह लेंगी कि वोट देना किसे है।
विधा देवी ने कहा कि वोट घर से नहीं, बल्कि अपने परिवार के संग गांव के बूथ पर जाकर डालेंगी। वे याद करती हैं कि कुछ साल पहले कागज पर मुहर लगाकर वोट डालती थीं। अब वे मशीन का बटन दबाती हैं।
दादी का व्यवहार बच्चे की तरह
पोता कमल बताता है कि विधा देवी उनकी दादी हैं। पूरे परिवार को एक सूत्र में पिरोकर रखा है। उसने बताया कि दादी प्रत्येक चुनाव में वोट डालने जाती हैं। सबको एक मैसेज देती हैं कि वोट सभी को डालना चाहिए।
इन दिनों दादी दिन भर भगवान का नाम लेती हैं और उनका व्यवहार एक बच्चे की तरह हो चला है। पोते के बच्चों से दादी को बेहद लगाव है।
पोती बोलीं- दादी पुरानी कहानी सुनाती हैं
पोतियां दादियों के बारे में बताती हैं कि दादी उन्हें बहुत सारी कहानियां सुनाती हैं। उनके बचपन के किस्से सुनकर बहुत आनंद आता है और हंस कर वे लोटपोट हो जाती हैं। पोती ने बताया कि दादी से जब भी बात करते हैं तो उनके कानों के पास जाकर तेज बोलना पड़ता है। तब एक-दूसरे से बातचीत कर पाते हैं।