हरियाणा पुलिस द्वारा अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए महीने-भर चलाया गया विशेष अभियान सफल साबित हुआ है। पुलिस ने इस दौरान 36 मोस्टवांटेड अपराधियों सहित 1,625 बदमाशों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। ये मोस्टवांटेड न केवल जघन्य अपराध के आरोपी थे बल्कि ईनामी बदमाश भी थे। इसके अतिरिक्त, अवैध हथियारों के खिलाफ अभियान के तहत पुलिस ने 584 लोगों को काबू किया है।
हरियाणा पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) श्री मनोज यादव ने आज यहां यह खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई राज्य में अपराध दर पर अंकुश लगाने के लिए चलाए गए एक विशेष अभियान का हिस्सा थी। 16 जुलाई से शुरू हुई कार्रवाई के तहत राज्य में 932 उद्घोषित अपराधियों, 652 बेल जंपर्स तथा 5 पैरोल जंपर्स को भी गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अपराधियों में से कई लंबे समय से फरार चल रहे थे।
अवैध हथियारों के खिलाफ भी चला अभियान
डीजीपी ने बताया कि अभियान के दौरान पुलिस ने अवैध हथियार रखने के आरोप में 584 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिसके कब्जे से 436 अवैध पिस्तौल, 105 देसी कट्टा, 19 रिवाल्वर, 2 राइफल, 2 बंदूकें, 10 मैगजीन, 670 कारतूस और 23 चाकू बरामद हुए। । उन्होंने कहा कि अपराध व अपराधियों के खिलाफ हमारी रणनीति स्पष्ट है और कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वाले किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
जहां पंचकूला, रोहतक और पलवल जिलों से अधिकतम 5-5 मोस्ट-वांटेड अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों में भेजा गया है वहीं सोनीपत से 4 और नारनौल तथा नूंह से 3-3 को काबू किया गया है। इस अभियान के तहत स्पेशल टास्क फोर्स सहित हमारी फील्ड इकाइयों ने अपराधियों सहित असामाजिक तत्वों पर खास निशाना साधते हुए उन्हें सलाखों में भेजने का काम किया है।
जिला पुलिस प्रमुखों की सराहना
उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा अपराध पर अंकुश लगाने में हासिल किया गया अपेक्षित परिणाम हमारे जिला पुलिस प्रमुखों (सीपी/एसपी) द्वारा की गई कड़ी मेहनत के कारण ही संभव हो पाया है, जिन्होंने अपनी पुलिस टीमों के साथ अपराधियों को सलाखों के पीछे डालकर उनके अंजाम तक पहुंचाया है।
डीजीपी ने कहा कि पुलिस अपराध दर के साथ-साथ कुख्यात और मोस्ट वांटेड अपराधियों का पता लगाकर उन्हें अंजाम तक पंहुचाने करने के लिए लगातार प्रयासरत है। पुलिस द्वारा राज्य में पीओ, बेल जंपर्स और अन्य अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।