Friday, April 19, 2024
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ईश्वर से जुड़ने का प्रयोजन होते हैं योग शिविर

आमतौर पर योगासन को ही सम्पूर्ण योग समझ लिया जाता है जबकि वास्तव में योग में आसन मात्र दो प्रतिशत ही होता है । दो प्रतिशत योग आसन ने दुनिया-भर में धूम मचा रखी है, सम्पूर्ण योग से तो पूरी मानव जाति का जीवन सुखमय हो सकता है । स्वस्थ शरीर के लिए योग आसन आवश्यक हैं लेकिन सम्पूर्ण योग तो ईश्वर प्राप्ति का मार्ग है । परमात्मा का साक्षात्कार करने के लिए तन और मन दोनों का स्वस्थ होना परम आवश्यक है । यह रोचक जानकारी मुंबई से पधारे आचार्य अरूण कुमार आर्यवीर ने दी । योग पर भरपूर शिक्षा का रोहतक में आयोजित एक शिविर में विस्तृत वर्णन किया गया । यह शिविर रोहतक स्थित झज्जर रोड आर्य समाज के तत्वावधान में 24 से 28 दिसम्बर 2014 तक दिल्ली पब्लिक स्कूल, रोहतक में आयोजित किया गया ।   

भगवान

भगवान किसे कहते हैं ? कहाँ मिलेगा ? कैसे मिलेगा ? कब मिलेगा ? इंसान भगवान को क्यों ढूढ़ रहा है इत्यादि सवाल हैं जिनका जवाब हरकोई अपने तरीके से देता है I कुछ उतर धार्मिक ग्रंथों पर आधारित हैं तो कुछ धर्म गुरुओं की तरफ से  की गयी भगवान की परिभाषा है I कुछ लोग भगवान को संस्कारों से दिल में बनी आस्था के कारण मानते हैं तो कुछ मन में डर की वजह से भगवान को याद करते हैंI कुछ भी हो, यह एक रोचक तथा चर्चा का विषय ज़रूर है जिसमे हर व्यक्ति की रूचि है I