पुलिसकर्मी द्वारा युवक को जलाने के मामले में बरती गई लापरवाही
दो दिन तक मौकास्थल पर नहीं गए पुलिस अधिकारी
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सिद्धार्थ यादव
रेवाड़ी। शराब लाने से मना करने पर कबाड़ी के कारिंदे को पुलिसकर्मी द्वारा जलाने के मामले में पुलिस ने सबूत इकट्ठे करने में भी कोताही बरती। वारदात के 48 घंटे तक कोई भी पुलिसकर्मी मौकास्थल पर नहीं गया, जबकि घायल ने झुलसी हुई अवस्था में खुद थाने जाकर शिकायत दी थी।
पुलिस जवान से जुड़े होेने वाले इस संवेदनशील मामले को किसी भी स्तर पर गंभीरता से नहीं लिया गया। अभी तक पुलिस के हाथ कोई भी सबूत नहीं लगा है। जिस बोतल या कैन से इंद्रजीत पर पेट्रोल छिड़का गया था, वह भी पुलिस के हाथ नहीं लगी है। उससे यदि फिंगर प्रिंट लिए जाते तो मामले में पुख्ता सबूत मिल सकते थे।
धारूहेड़ा में धर्मेंद्र कबाड़ी की दुकान पर 22 अक्तूबर को रात लगभग आठ बजे कर्मचारी इंद्रजीत आग में बुरी तरह झुलस गया। उसने आरोप लगाया कि कांस्टेबल मनजीत ने शराब लाने से मना करने पर उसे कैन से पेट्रोल छिड़कर जलाया है।
इसके बाद कबाड़ी धर्मेंद्र उसे लेकर अस्पताल में गया, जहां से उसे पुलिस थाने भेज दिया गया। वहां पुलिस ने इलाज करवाने की बात कहकर उसे उल्टा अस्पताल भेज दिया, लेकिन पूरी रात किसी भी पुलिस अधिकारी ने उसकी सुध नहीं ली।
उसी समय जाते तो मिलते सबूत
घायल इंद्रजीत ने 22 अक्तूबर रात को खुद थाने में जाकर पुलिस कर्मचारी मनजीत पर जलाने का आरोप लगाया था। पुलिस की प्रतिष्ठा से जुड़ा मामला होेने के बावजूद कोई पुलिस अधिकारी मौकास्थल कबाड़ी की दुकान पर नहीं गया। 23 अक्तूबर को भी पुलिस की घायल से संक्षिप्त बातचीत हुई। इसके बाद भी कोई पुलिस कर्मचारी मौके पर नहीं गया। 24 को मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया।
दो दिन बाद गए, तब तक हो चुकी थी सफाई
जांच अधिकारी शकुंतराज ने कहा कि घायल इंद्रजीत ने 24 अक्तूबर को घटना के बारे में विस्तार से बताया है। थाने में मामला दर्ज करके घटनास्थल पर गया था। सबूत इक्कठे करने के लिए शराब के अहाते और कबाड़ी की दुकान पर गया था, लेकिन वहां कोई सबूत नहीं मिला। दुकानदारों ने कहा कि सफाई कर दी। यह ध्यान नहीं है कि उस समय क्या चीज कहां थी।
•घायल ने खुद थाने जाकर दी थी अपराध की जानकारी
•वारदात के बाद फरार है आरोपी
•पुलिस के पास पर्याप्त सबूत हैं। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। जल्द ही उसे काबू कर लिया जाएगा।
- पंकज नैन, एसपी, रेवा